दुनिया का सबसे महंगा आम: मियाज़ाकी.

मियाज़ाकी आम, जिसे “ताइयो-नो-टोमागो” (Taiyo-no-Tomago) या “सूर्य का अंडा” (Egg of Sunshine) के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया का सबसे महंगा आम है। यह जापान के मियाज़ाकी शहर से उत्पन्न हुआ और अपनी अनूठी विशेषताओं, स्वाद और दुर्लभता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2.5 से 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक हो सकती है।
उत्पत्ति और खेतीः
मियाज़ाकी आम मुख्य रूप से जापान के क्यूशू प्रांत में मियाज़ाकी शहर में उगाया जाता है, जो अपनी गर्म और धूप वाली जलवायु के लिए जाना जाता है। इसकी खेती 1984 से शुरू हुई और इसे विशेष देखभाल के साथ उगाया जाता है। प्रत्येक फल को पेड़ पर जालीदार कपड़े में लपेटा जाता है, जिससे इसका रंग और बनावट सुरक्षित रहती है। यह प्रक्रिया न केवल इसे कीटों से बचाती है, बल्कि इसकी विशेष गहरी लाल और जामुनी रंगत भी प्रदान करती है, जो इसे डायनासोर या ड्रैगन के अंडे जैसा बनाती है।
यह आम अप्रैल से अगस्त के बीच उगता है और इसके लिए तेज धूप और नियंत्रित वर्षा की आवश्यकता होती है। इसकी खेती अब भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और फिलीपींस जैसे देशों में भी शुरू हो चुकी है। भारत में मध्य प्रदेश के जबलपुर, बिहार के नालंदा और पटना, उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद, गुजरात, और कर्नाटक जैसे क्षेत्रों में किसान इसकी खेती कर रहे हैं।
विशेषताएँः
• रंग और बनावट: मियाज़ाकी आम का रंग गहरा लाल या जामुनी होता है, जो इसे सामान्य हरे-पीले आमों से अलग करता है। इसका आकार डायनासोर के अंडे जैसा होता है, और इसमें रेशे नहीं पाए जाते, जिससे यह बेहद मुलायम और रसदार होता है।
• वजन: एक मियाज़ाकी आम का वजन औसतन 350 से 550 ग्राम होता है।
• स्वाद: इसकी मिठास अन्य आमों से अधिक होती है, जिसमें 15% से ज्यादा चीनी होती है। इसमें नारियल और अनानास का हल्का स्वाद भी मिलता है।
• पोषण: इसमें विटामिन A, C, बीटा-कैरोटीन, फोलिक एसिड, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आँखों की रोशनी, प्रतिरक्षा प्रणाली, और त्वचा-बालों के लिए लाभकारी हैं। यह कैंसर रोधी गुणों के लिए भी जाना जाता है।
कीमत और मांगः
मियाज़ाकी आम की कीमत इसकी दुर्लभता, सीमित उत्पादन, और विशेष खेती प्रक्रिया के कारण इतनी अधिक है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2.5 से 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि भारत में यह 50,000 से 80,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकता है। कुछ मामलों में, एक आम की कीमत 3,000 से 21,000 रुपये तक हो सकती है। यह आम बाजार में बिक्री के लिए नहीं, बल्कि नीलामी के माध्यम से बेचा जाता है, और इसे अमीर लोग ही खरीद पाते हैं।
भारत में खेती और सुरक्षाः
भारत में मियाज़ाकी आम की खेती मध्य प्रदेश के जबलपुर में संकल्प परिहार जैसे किसानों ने शुरू की, जिन्होंने 2020 में जापान से पौधे मंगवाए। इसकी उच्च कीमत के कारण इसके पेड़ों की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड और कुत्तों की तैनाती की जाती है। कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। बिहार के नालंदा और पटना के मसौढ़ी में भी इसकी खेती शुरू हो चुकी है। कर्नाटक के उडुपी में जोसेफ लोबो ने अपनी छत पर 1200 वर्ग फुट के क्षेत्र में मियाज़ाकी आम उगाकर चर्चा बटोरी है।
भारत में बिक्री .
भारत में मियाज़ाकी आम की बिक्री मुख्य रूप से इसकी दुर्लभता, उच्च मांग और प्रीमियम गुणवत्ता के कारण विशेष तरीकों से होती है। यह आम सामान्य फल बाजारों में आसानी से उपलब्ध नहीं होता, क्योंकि इसकी कीमत बहुत अधिक है और उत्पादन सीमित है। भारत में मियाज़ाकी आम की बिक्री के प्रमुख तरीके निम्नलिखित हैं:
1. नीलामी:
.भारत में मियाज़ाकी आम की बिक्री अक्सर नीलामियों के माध्यम से होती है, विशेष रूप से बड़े शहरों या कृषि मेलों में। उदाहरण के लिए, सिलीगुड़ी मैंगो फेस्टिवल जैसे आयोजनों में इन आमों को प्रदर्शित और नीलाम किया जाता है। नीलामी में खरीदार, जैसे कि अमीर व्यक्ति, रेस्तरां मालिक, या निर्यातक, बोली लगाते हैं। एक जोड़ी मियाज़ाकी आम की कीमत नीलामी में हजारों से लेकर लाखों रुपये तक हो सकती है, जो इसकी गुणवत्ता और दुर्लभता पर निर्भर करता है।
2. प्रीमियम बाजार औरऑनलाइन प्लेटफॉर्म: 
कुछ चुनिंदा प्रीमियम फल विक्रेता और ऑनलाइन स्टोर मियाज़ाकी आम को बेचते हैं। ये आम विशेष पैकेजिंग में बेचे जाते हैं और इनकी कीमत 50,000 से 80,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो सकती है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे विशेष फल वितरण सेवाएँ या ई-कॉमर्स साइट्स (जैसे Amazon या विशेष कृषि स्टार्टअप) इन आमों को प्री-ऑर्डर के आधार पर बेच सकते हैं।
3. सीधे किसानों से बिक्री:
भारत में मियाज़ाकी आम की खेती करने वाले किसान, जैसे मध्य प्रदेश के जबलपुर, बिहार के नालंदा, या कर्नाटक के उडुपी में, सीधे खरीदारों को बेच सकते हैं। ये आम अक्सर स्थानीय अमीर खरीदारों, होटलों, या निर्यातकों को बेचे जाते हैं। किसान अपनी फसल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ग्राहकों को सीधे डिलीवरी देते हैं।
4. उपहार और कॉर्पोरेट बाजार:
मियाज़ाकी आम को भारत में अक्सर एक लग्जरी उपहार के रूप में बेचा जाता है। लोग इसे विशेष अवसरों, जैसे शादी, त्योहार, या कॉर्पोरेट गिफ्टिंग के लिए खरीदते हैं। इसकी खास पैकेजिंग और उच्च कीमत इसे स्टेटस सिंबल बनाती है।
5. निर्यात:
भारत में उगाए गए मियाज़ाकी आम का एक हिस्सा अंतरराष्ट्रीय बाजार, विशेष रूप से जापान, यूरोप, और मध्य पूर्व में निर्यात किया जाता है। निर्यातकों के माध्यम से ये आम विदेशी नीलामियों या प्रीमियम स्टोर में बेचे जाते हैं।
चुनौतियाँ और सुरक्षा:
• मियाज़ाकी आम की उच्च कीमत के कारण चोरी की घटनाएँ आम हैं। इसलिए, भारत में इसके बागानों की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड, कुत्ते, और सीसीटीवी कैमरे तैनात किए जाते हैं, जो इसकी बिक्री को और विशेष बनाता है।
• इसकी बिक्री सीमित मात्रा में होती है, क्योंकि खेती अभी शुरुआती चरण में है और फल को परिपक्व होने में तीन साल लगते हैं।
मूल्य:
भारत में मियाज़ाकी आम की कीमत 50,000 से 80,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो सकती है, और एक आम की कीमत 3,000 से 21,000 रुपये तक हो सकती है। यह कीमत इसकी गुणवत्ता, आकार, और बिक्री के स्थान पर निर्भर करती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top